पढ़ाई के लिए 14 साल की लड़की घर से भागकर पुलिस के पास पहुंची। बोली- मैं पढ़ना चाहती हूं, घरवाले पढ़ाना नहीं चाहते। इसलिए घर से भागने का फैसला किया। मामला कोटा का है।
दरअसल, इटावा में रहने वाली लड़की सोमवार सुबह 5 बजे घर से भागकर चौकी पर पुलिस के पास पहुंची। बोली- घरवाले पढ़ाना नहीं चाहते, इसलिए भागकर आई हूं। पुलिस ने लड़की के माता-पिता को बुलाया। माता-पिता को देखकर लड़की इतना डर गई कि वह भागकर झाड़ियों में छिप गई।
पुलिस ने लड़की के माता-पिता को भेज दिया। मंगलवार रात 8 बजे लड़की को कोटा लाया गया। यहां बाल कल्याण समिति (CWC)के सामने पेश किया गया।
बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कनीज फातमा ने बताया कि लड़की ने मां-बाप के साथ जाने से इनकार कर दिया। समिति ने बालिका गृह में उसे अस्थाई आश्रय (शेल्टर) दिलाया। उन्होंने बताया कि लड़की ने इस साल 10वीं पास किया था। वह आगे पढ़ना चाहती है। घरवाले उसे नहीं पढ़ाना चाहते। इसी को लेकर झगड़ा हो गया। पिता ने डांटा और मारपीट की। इससे नाराज होकर लड़की घर से भागकर पुलिस के पास पहुंच गई।

पीड़िता बोली- 11वीं में एडमिशन भी नहीं करवाया
कनीज फातमा ने बताया कि काउंसिलिंग में बच्ची ने कहा- लड़की होने के कारण उसे आगे पढ़ाई नहीं करने दी जा रही है। लड़की के पिता ऑटो चलाते हैं। उसका एक 11 साल का छोटा भाई है, जो 9वीं क्लास में पढ़ता है। इसी साल उसने 10वीं क्लास पास की थी।
उसने घरवालों को बताया भी कि वह 11वीं में पढ़ना चाहती है, लेकिन एडमिशन नहीं करवाया। वह अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहती थी, लेकिन पिता नहीं माने। इस बात में मां भी उसका साथ देती थी। पीड़िता ने बताया कि उसे दिनभर घर का काम करवाया जाता था।