
कृषि से संबंधित योजनाओं की जांच बुधवार को जिला के 38 पंचायत में चयनित पदाधिकारियों ने की। जांच के दौरान इन अधिकारियों के द्वारा खरीफ फसल के आच्छादन, नहर सिंचाई, यूरिया सहित उर्वरक की आपूर्ति, राजकीय नलकूपों का संचालन, कृषि फीडर के द्वारा निर्बाध बिजली आपूर्ति एवं जले हुए ट्रांसफार्मर को बदलना, डीजल अनुदान की प्रगति, वर्षापात इन विषयों पर जानकारी हासिल करना था।
जहां उन्होंने राजकीय नलकूपों के बारे में जानकारी ली अरियाव पंचायत में कुल 6 राजकीय नलकूप मिले। जांच के दौरान सभी की स्थित बदहाल मिली। अधिकतर का मोटर जला हुआ मिला। इसको देखते ही उप विकास आयुक्त लधु सिंचाई विभाग के अभियन्ता पर भड़के उन्होंने कहा इसे जितना जल्दी हो सके ठीक करे।
किसानों की समस्याओं से अवगत हुए डीडीसी
उप विकास आयुक्त बधार में पहुंचे तो किसान अपने खेतों में लेव लगाकर दोपहर के समय आराम कर रहे थे। उन्होंने कहा मैं डीडीसी बक्सर हूं कोई तकलीफ है आपलोगों का इतना सुनते ही किसानों ने अपनी समस्याओं का चिट्ठा खोल दिया।
किसान संजय यादव ने बताया कि बिजली बहुत कम मिलता है हुजूर ठीक से पटवन तक नही हो पा रहा है पूरा खेत परती पड़ल बा डीजल के दाम भी बढ़ गइल बा, सरकारी बोरिंग भी कई दशक से बन्द बा। वही किसान साधु यादव ने कहा पैक्स में खाद आता है लेकिन बड़े किसानों को पहले दे दिया जाता है।